बचपन से एक्टिंग का शौक
Fatima Sana Shaikh Movies – फातिमा सना शेख का नाम आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के पीछे एक लंबा सफर छुपा है, जो उन्होंने बहुत छोटी उम्र में शुरू कर दिया था। मुंबई में जन्मी फातिमा ने एक्टिंग का सपना अपनी आंखों में तभी बुन लिया था जब बच्चे स्कूल के ड्रामा तक ही सीमित रहते हैं।
फातिमा ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कई बड़ी फिल्मों में काम किया। ‘चाची 420’ में कमल हासन जैसे कलाकारों के साथ काम करना उनके लिए किसी स्कूल से कम नहीं था। इस फिल्म में उन्होंने भारती रतन का किरदार निभाया था, जो लोगों को आज भी याद है। इसके बाद ‘वन 2 का 4’ में वो शाहरुख खान के साथ नजर आईं और इंस्पेक्टर अब्बास की बेटी के रोल में दर्शकों को पसंद आईं।
‘दंगल’ से बदली किस्मत

फातिमा की किस्मत को असली उड़ान 2016 में मिली जब वो आमिर खान के साथ फिल्म ‘दंगल’ में नजर आईं। ‘दंगल’ सिर्फ एक फिल्म नहीं थी बल्कि एक ऐसी कहानी थी जिसने भारतीय बेटियों के सपनों को नई पहचान दी। फातिमा ने गीता फोगाट का रोल ऐसे निभाया कि असली गीता और पर्दे की गीता में फर्क करना मुश्किल हो गया। उनकी मेहनत, रेसलिंग के लिए किया गया ट्रैनिंग और रोल में घुल जाना – सब कुछ इतना असली था कि फैन्स को एक नया स्टार मिल गया।
लूडो और ओटीटी का नया दौर
दंगल के बाद फातिमा ने खुद को सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं रखा। उन्होंने ओटीटी की दुनिया में भी अपनी पहचान बनाई। 2020 में आई फिल्म ‘लूडो’ में पिंकी के रोल में फातिमा को खूब सराहा गया। अनुराग बसु के डायरेक्शन में बनी इस मल्टीस्टारर फिल्म में फातिमा ने अपने हिस्से की कहानी को इतने दमदार तरीके से पेश किया कि कई बड़े स्टार्स के बीच भी वो नजरअंदाज नहीं हुईं।
इसके बाद ‘अजीब दास्तान्स’ में लिपाक्षी का किरदार निभाकर उन्होंने दिखा दिया कि वो सिर्फ ग्लैमरस या स्टीरियोटाइप रोल्स तक सीमित नहीं हैं। फातिमा हर नए प्रोजेक्ट में कुछ अलग कर दिखाने की कोशिश करती हैं और यही उन्हें बाकी एक्ट्रेसेज से अलग बनाता है।
इंदिरा गांधी का किरदार और नई चुनौतियां

फातिमा सना शेख ने हाल ही में ‘सम बहादुर’ में इंदिरा गांधी का रोल निभाया। किसी असली ऐतिहासिक किरदार को पर्दे पर उतारना आसान काम नहीं होता, लेकिन फातिमा ने अपनी एक्टिंग से इस रोल को भी बखूबी निभाया। मेकअप से लेकर बॉडी लैंग्वेज तक, हर चीज में उन्होंने खुद को ढाल लिया ताकि किरदार में जान आए।
आने वाले प्रोजेक्ट्स से फिर मचाएंगी धमाल
फातिमा के पास अभी भी कई दिलचस्प प्रोजेक्ट्स हैं। वो जल्दी ही ‘अर्वी’ के हिंदी रीमेक में नजर आने वाली हैं। इसके अलावा उनकी फिल्म ‘मेट्रो…इन दिनों’ भी रिलीज के लिए तैयार है। हाल ही में उनकी आने वाली रोमांटिक फिल्म ‘आप जैसा कोई’ की भी काफी चर्चा हो रही है जिसमें वो आर माधवन के साथ दिखाई देंगी।
फातिमा की चुनिंदा फिल्में
फातिमा ने जितनी भी फिल्में (Fatima Sana Shaikh Movies) की हैं, उनमें हर बार उन्होंने कुछ नया करने की कोशिश की है। उनके करियर की कुछ खास फिल्मों की जानकारी इस तालिका में दी गई है ताकि आपको उनके सफर को समझने में आसानी हो:
साल | फिल्म का नाम | किरदार |
---|---|---|
1997 | चाची 420 | भारती रतन (चाइल्ड आर्टिस्ट) |
2001 | वन 2 का 4 | इंस्पेक्टर अब्बास की बेटी |
2008 | तहान | जोया |
2016 | दंगल | गीता फोगाट |
2018 | ठग्स ऑफ हिंदोस्तान | जफीरा बैग |
2020 | लूडो | पिंकी |
2021 | अजीब दास्तान्स | लिपाक्षी |
2022 | थार | चेतना |
2023 | सम बहादुर | इंदिरा गांधी |
2025 | मेट्रो…इन दिनों | सपना सक्सेना चौधरी |
2025 | आप जैसा कोई | मधु बोस |
कैसे अलग हैं फातिमा बाकी अदाकाराओं से

फातिमा सना शेख सिर्फ एक और एक्ट्रेस नहीं हैं। वो उन लोगों में से हैं जो हर फिल्म में खुद को नया बनाकर पेश करती हैं। चाहे वो चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर सेट पर सीखना हो या फिर एक मजबूत फीमेल कैरेक्टर निभाना, फातिमा ने हर रोल में अपनी मेहनत झोंकी है।
दंगल से पहले शायद ही कोई सोच सकता था कि वो इतना पावरफुल रोल निभा पाएंगी, लेकिन उन्होंने हर किसी को गलत साबित कर दिया। आज के दौर में जब एक्ट्रेसेज को सिर्फ ग्लैमरस रोल्स तक ही बांध दिया जाता है, फातिमा उन चंद चेहरों में से हैं जिन्होंने अपनी स्क्रिप्ट चॉइस से दिखा दिया कि वो हर जॉनर में फिट हो सकती हैं।
ओटीटी पर बढ़ती पहचान
आज जब थिएटर से ज्यादा लोग ओटीटी पर कंटेंट देख रहे हैं, ऐसे में फातिमा ने सही समय पर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कदम रखा। ‘लूडो’ और ‘अजीब दास्तान्स’ जैसी फिल्मों ने उन्हें घर-घर में पहुंचा दिया। उनके किरदार relatable भी होते हैं और कुछ नया कहने की कोशिश भी करते हैं।
लाइफ से जुड़ा नजरिया
फातिमा सना शेख ने हमेशा कहा है कि वो आसान रास्ता नहीं चुनना चाहतीं। शायद यही वजह है कि वो लगातार ऐसी फिल्में चुनती हैं जो उन्हें हर बार चुनौती देती हैं। वो कमर्शियल सिनेमा और कंटेंट ड्रिवन सिनेमा के बीच एक अच्छा बैलेंस बनाकर चल रही हैं।
फिल्मी सफर अभी बाकी है

फातिमा सना शेख का ये सफर अभी पूरा नहीं हुआ है। जिस तरह से वो हर नए प्रोजेक्ट में खुद को बदलकर सामने लाती हैं, उससे ये साफ है कि आने वाले सालों में उनके पास और भी बड़े प्रोजेक्ट्स होंगे। दर्शकों को उनसे हर बार कुछ नया देखने की उम्मीद रहती है और वो इसे पूरा भी कर रही हैं।
निष्कर्ष
फातिमा सना शेख ने जिस मेहनत और लगन से बचपन में शुरू किया वो आज भी उनकी आंखों में साफ नजर आता है। हर फिल्म में वो एक नए किरदार में नजर आती हैं और यही वजह है कि फैन्स उनकी अगली फिल्म का इंतजार करने लगते हैं। उनका यह फिल्मी सफर कई लोगों के लिए इंस्पिरेशन है कि अगर दिल से ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। फिल्मों से जुड़ी जानकारी समय के साथ बदल सकती है। किसी भी अपडेट के लिए आधिकारिक सोर्स या प्लेटफॉर्म जरूर चेक करें।