Lokesh Kanagaraj Age और Success Story – तमिल सिनेमा के सबसे चर्चित और प्रतिभाशाली निर्देशकों में से एक, लोकेश कनगराज ने अपनी अनूठी कहानी कहने की शैली और एक्शन से भरे सिनेमाई ब्रह्मांड से लाखों दिलों पर राज किया है। आज, 3 अगस्त 2025 को, लोकेश कनगराज की उम्र 39 साल है। उनका जन्म 14 मार्च 1986 को तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के किनाथुकडवु में हुआ था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह शख्स, जिसने ‘कैथी’, ‘विक्रम’ और ‘लियो’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों से तमिल सिनेमा को नया आयाम दिया, कभी एक बैंक कर्मचारी था? यह लेख लोकेश कनगराज की उम्र, उनके जीवन, करियर और उनकी प्रेरणादायक यात्रा को आम आदमी की भाषा में पेश करता है, ताकि हर कोई उनकी कहानी से प्रेरणा ले सके।
एक साधारण शुरुआत
लोकेश कनगराज का जन्म एक मध्यमवर्गीय तमिल परिवार में हुआ। उनके पिता परमेश्वरन एक बस कंडक्टर थे, और उनकी मां सुनिता परमेश्वरन ने घर संभाला। लोकेश के तीन भाई—अरविंद गनासंभदम, अश्विन वेंकटेश, और प्रशांत गनासंभदम—और एक बहन अवंतिका के साथ उनका बचपन साधारण लेकिन खुशहाल था। कोयंबटूर के पलनियम्मल मैट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल, कालियपुरम, पोल्लाची में उनकी स्कूली शिक्षा पूरी हुई। इसके बाद, उन्होंने पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर से फैशन टेक्नोलॉजी में डिग्री हासिल की और फिर अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई से एमबीए किया।
लेकिन पढ़ाई और डिग्री के बावजूद, लोकेश का दिल हमेशा सिनेमा की ओर खिंचा। कॉलेज के दिनों में ही उन्हें फिल्ममेकिंग का जुनून जागा। एमबीए पूरा करने के बाद, उन्होंने चेन्नई में एक निजी बैंक में नौकरी शुरू की, जहां उनकी तनख्वाह 70,000 रुपये महीना थी। यह एक सुरक्षित और सम्मानजनक नौकरी थी, लेकिन लोकेश का सपना कुछ और था। सिनेमा की दुनिया में कुछ बड़ा करने की चाहत ने उन्हें इस नौकरी को छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
फिल्ममेकिंग की ओर पहला कदम

लोकेश ने कभी किसी बड़े डायरेक्टर के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम नहीं किया। उनकी सिनेमाई यात्रा की शुरुआत 2012 में एक कॉरपोरेट शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता से हुई, जहां उनकी शॉर्ट फिल्म ‘अचम थाविर’ ने बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट फिल्म और बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड जीते। इस प्रतियोगिता के जज थे मशहूर निर्देशक कार्तिक सुब्बराज, जिन्होंने लोकेश की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें फिल्ममेकिंग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसके बाद, 2016 में उनकी शॉर्ट फिल्म ‘कलम’ को कार्तिक सुब्बराज द्वारा प्रोड्यूस की गई एंथोलॉजी फिल्म ‘अवियल’ में शामिल किया गया। इस फिल्म ने लोकेश को पहली बार बड़े दर्शकों तक पहुंचाया। 2017 में, उन्होंने अपनी पहली फीचर फिल्म ‘मानागरम’ डायरेक्ट की, जो एक हाइपरलिंक क्राइम थ्रिलर थी। इस फिल्म को समीक्षकों ने खूब सराहा, और इसे 10वें विजय अवॉर्ड्स में बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का पुरस्कार मिला। इस फिल्म ने न केवल लोकेश की प्रतिभा को स्थापित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह बिना बड़े स्टार्स के भी दमदार कहानियां सुना सकते हैं।
लोकेश सिनेमाई यूनिवर्स (LCU) का जन्म
लोकेश कनगराज की असली पहचान 2019 में आई फिल्म ‘कैथी’ से बनी। इस एक्शन थ्रिलर में कार्ति मुख्य भूमिका में थे, और यह फिल्म बिना किसी हीरोइन या गानों के एक रात की कहानी थी। ‘कैथी’ ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि लोकेश सिनेमाई यूनिवर्स (LCU) की नींव भी रखी। इस यूनिवर्स में उनकी फिल्में आपस में जुड़ी होती हैं, और किरदार एक फिल्म से दूसरी में क्रॉसओवर करते हैं।
2021 में, लोकेश ने थलपति विजय और विजय सेतुपति के साथ ‘मास्टर’ बनाई, जो उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बनी। इस फिल्म ने कोविड-19 महामारी के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई। इसके बाद, 2022 में आई ‘विक्रम’, जिसमें कमल हासन, फहद फासिल और विजय सेतुपति थे, ने LCU को और मजबूत किया। इस फिल्म की सफलता इतनी बड़ी थी कि कमल हासन ने लोकेश को एक लेक्सस ES 300h लग्जरी कार गिफ्ट की। 2023 में, लोकेश ने विजय के साथ दोबारा ‘लियो’ में काम किया, जो 600 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई के साथ उनकी सबसे बड़ी हिट बनी।
‘कूली’ और भविष्य की योजनाएं

2025 में, लोकेश कनगराज रजनीकांत की 171वीं फिल्म ‘कूली’ के साथ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म का ऑडियो लॉन्च 2 अगस्त 2025 को चेन्नई में हुआ, और यह रजनीकांत के 50 साल के सिनेमाई करियर का उत्सव था। ‘कूली’ एक एक्शन थ्रिलर है, जिसमें रजनीकांत एक गोल्ड स्मगलर के किरदार में हैं। फिल्म में आमिर खान का कैमियो, नागार्जुन, उपेंद्र, श्रुति हासन और सौबिन शाहिर जैसे सितारे भी हैं। यह फिल्म 14 अगस्त 2025 को रिलीज होने वाली है, और इसके ट्रेलर ने पहले ही दर्शकों का उत्साह बढ़ा दिया है।
लोकेश ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी जी स्क्वाड भी शुरू की है, जिसके तहत उन्होंने ‘फाइट क्लब’ और ‘बेंज’ जैसी फिल्में प्रोड्यूस की हैं। ‘बेंज’ भी LCU का हिस्सा है। इसके अलावा, वह ‘कैथी 2’, ‘विक्रम 2’ और ‘रोलेक्स’ जैसी फिल्मों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की है कि वह 10 फिल्में डायरेक्ट करने के बाद निर्देशन से संन्यास ले लेंगे, जिससे उनके प्रशंसकों में उत्सुकता और निराशा दोनों है।
निजी जीवन और प्रेरणा
लोकेश कनगराज का निजी जीवन उतना ही प्रेरणादायक है जितना उनका पेशेवर जीवन। उन्होंने 8 जनवरी 2012 को अपनी लॉन्गटाइम गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या से शादी की। दोनों की मुलाकात तब हुई थी जब वे टीनएजर्स थे, और 12 साल तक डेटिंग के बाद उन्होंने सगाई की। उनके दो बच्चे हैं—बेटी अध्विका और बेटा आरुध्रा। ऐश्वर्या ने लोकेश के करियर की शुरुआत में बड़ा योगदान दिया। जब लोकेश ने बैंक की नौकरी छोड़कर फिल्ममेकिंग में कदम रखा, तो ऐश्वर्या ने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी संभाली। अपनी पहली बेटी के जन्म के कुछ महीनों बाद ही वह काम पर लौट गईं, ताकि लोकेश अपने सपनों पर ध्यान दे सकें।
लोकेश अपनी पत्नी के योगदान को हमेशा याद करते हैं और कहते हैं कि उनकी सफलता का आधार ऐश्वर्या का समर्थन है। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि ऐश्वर्या ने न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि भावनात्मक रूप से भी उन्हें मजबूत किया। लोकेश की फिल्मों में उनकी प्रेरणा क्वेंटिन टैरेंटिनो, मार्टिन स्कॉर्सेसे और कमल हासन जैसे दिग्गजों से आती है। वह खास तौर पर कमल हासन के प्रशंसक हैं और ‘विक्रम’ को अपने फैन प्रोजेक्ट के रूप में देखते हैं।
लोकेश की खासियत और प्रभाव

लोकेश कनगराज की फिल्में नियो-नोयर एक्शन जॉनर की होती हैं, जो शहरों की अंधेरी दुनिया, पुलिस और अपराधी संगठनों के बीच की जटिलताओं को दर्शाती हैं। उनकी कहानियां तेज रफ्तार, स्टाइलिश एक्शन और रेट्रो गानों के इस्तेमाल के लिए जानी जाती हैं। उनकी तुलना अक्सर हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर क्वेंटिन टैरेंटिनो से की जाती है। लोकेश ने अपनी फिल्मों में एक अनोखा सिनेमाई यूनिवर्स बनाया है, जो भारतीय सिनेमा में पहले कभी नहीं देखा गया।
उनकी फिल्मों में काम करने वाले कलाकार और टेक्नीशियन, जैसे एडिटर फिलोमिन राज, संगीतकार अनिरुद्ध रविचंदर और लेखक रत्ना कुमार, उनके साथ बार-बार काम करते हैं। यह उनकी टीमवर्क और अपने सहयोगियों के प्रति वफादारी को दर्शाता है। लोकेश की फिटनेस के प्रति दीवानगी और शाकाहारी जीवनशैली भी उनके व्यक्तित्व का हिस्सा है।
निष्कर्ष (Lokesh Kanagaraj Age)
लोकेश कनगराज, 39 साल की उम्र (Lokesh Kanagaraj Age) में, तमिल सिनेमा के सबसे बड़े नामों में से एक बन चुके हैं। एक साधारण बैंक कर्मचारी से लेकर ‘लोकेश सिनेमाई यूनिवर्स’ के निर्माता तक का उनका सफर प्रेरणादायक है। उनकी कहानी यह सिखाती है कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं है। ‘कूली’ की रिलीज के साथ, लोकेश एक बार फिर दर्शकों को अपने जादू से बांधने को तैयार हैं। उनकी यह यात्रा न केवल उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करना चाहता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों, साक्षात्कारों और ऑनलाइन उपलब्ध डेटा पर आधारित है। लेखक और प्रकाशक इसकी सटीकता की गारंटी नहीं लेते। पाठकों से अनुरोध है कि वे आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें।